वृषभ कंध अरु बाहू विशाला . चारु जनेऊ माल मृगछाला कटि मुनि बसन तून दुई बांधे . धनु सर कर कुठारु कल काँधे 🙏 आप सभी को भगवान परशुराम जी के जन्मोंत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं 🙏जय भगवान परशुराम