White मुझे आगाह किया था तुमने प्रभु तुम हमेशा मुझे प्रिय थे प्रभु सांसारिकता में मुझे नहीं फंसना था मुझे किसी से प्रेम नहीं करना था परिस्थितियां भी ऐसी पैदा की के न जाऊं उस तरफ़ लेकिन पता ही न चला कि कैसे मुड़ गयी उस तरफ मैं फंसती चली गई मोह जाल में,और न जाने क्या कर बैठी आपके होते हुए मैं किसी और से प्रेम कर बैठी कैसे मैं किसी के मोह पाश में बंध गयी कैसे मैं किसी और की हो गयी मैं थी उस समय अज्ञान प्रभु अब हर तरफ़ है मेरे सांसार का ज्ञान प्रभु नही बचा मुझमें अब कोई भी अभिमान सांसारिकता में फंस के अब हुआ संसार का ज्ञान सब अभिमान अब खत्म हुआ अब वैराग्य का जन्म हुआ... ©Richa Dhar #good_night वैराग्य