कुछ ख्वाब मेरे भरोसे सांसे गिन रहे हैं, तो क्या उन्हें मरने को छोड़ दूं.... लोग क्या कहेंगे यही सोच कर क्या लिखना छोड़ दूं ... आई है और आएगी तकलीफें , परेशानियां ज़िन्दगी में बहुत... मुश्किलें अपना काम करती है , उनके डर से क्या जीना छोड़ दूं... #ख्वाब #दीनू_डायरी