इस क़दर मज़लूम कर गई तेरी वो नफरत मेरे दिल को की अब जिने की आस ही ना रही इस दिल को ©Anajaan Musaaphir ((#मज़लूम-- जिस पर #जुल्म किया गया हो/#सताना/#पीड़ित)) #nojotohindi #nojotopoem #OpenPoetry