जो यादें गम में तन्हाई को बुलाया नही करते,वो अपने दिल को मुहब्बत में तड़पाया नही करते//१ हर रिश्ता नहीं होता दिल में बसाने के काबिल फकत कुछ रिश्तों को हर बात बताया नहीं करते//२. बेशक दिलो में ख़ुदा बसता है इसे तुम पाक ही रखना, कि हर रिश्ते को इस दिल में बसाया नहीं करते//३ माना की ये दौर ए कयामत है,फिर भी..........., अपनो का दिल दुखाया नही करते......... //४ माद्दाए जब्त को जो रिश्ते तेरे अदब में ना लाए ऐसे रिश्तों पे अपने अल्फाज़ ज़ाया नहीं करते//५ शमा भुला ही दो उन रिश्तों को,जो हमसफर होकर भी इन रिश्तों को अदल से निभाया नही करते//६ शमीम अख्तर / शमा write ✍️ ©shama writes Bebaak जो यादें गम में तन्हाई को बुलाया नही करते,वो अपने दिल को मुहब्बत में तड़पाया नही करते//१ हर रिश्ता नहीं होता दिल में बसाने के काबिल,फकत कुछ रिश्तों को हर बात बताया नहीं करते.//२. बेशक दिलो में ख़ुदा बसता है इसे तुम पाक ही रखना, कि हर रिश्ते को इस दिल में बसाया नहीं करते//३ माना की ये दौर ए कयामत है,फिर भी अपनो का दिल दुखाया नही करते //४