दुसरों के खुशीयों के खातिर जीता हूं। गमों चुरा के उन्हे अपना बनाता हूं। दुसरों तकलीफ ना हो ऐसे ही जीता हूं। अपने दिल का दर्द बस शब्दों में जताता हूं। किसी के आंखों में आंसू ना आए इसकी दुआएं करता हूं। बस हमारे रेहने से या जाने से किसी की जिंदगी ना रूके बस एसी सीधी जिंदगी जीना चाहता हूं। बस दुसरों के लबों पर हसी देखना चाहता हूं। एक लेखक दुनिया के साथ-साथ अपनी ख़राबियाँ भी नज़र में रखता है। #ख़राबी #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi