कतारें सरक गई अस्पताल के ओर अब मन्दिर मस्जिद बीरान है घरों में ग़म का बसेरा है श्मसान अब तो आबाद हैं महफ़िल बदनाम है सारे आम मुश्किल में फंसा है जिन्दगी अकेले में अब सुकुन है जिन्दगी का जंग जो जितना वो महान है ©Tafizul Hussain Sambalpur Odisha कतारें सरक गई #Drops