किसको सुनाऊं मैं ,दिल की बादशाहत । नाज़ुक हालात पर भी , तख्त नहीं छोड़ता । #जोगागुलाम ,क्या कहें कि , लोग शायर तो कहते हैं । पर ये नहीं जानते कि, मै सर #कलम कराना चाहता हूं । #जोगा , #दर्द "ए" दिल ,किसी को ना ही सुना , ऐसे में बस , अपना ही बढ़ेगा । #KAFIR #ZOGA #GULAM