मैं मजदूर था इसलिए मजबूर हो गया परिवार पालने के वास्ते घर से दूर हो गया, पूरे करता ख़्वाब परिवार के छोटे से , उससे पहले ही जीवन का शीशा चूर-चूर हो गया। एक श्रमिक के मन के भाव,मेरे शब्दों में🙏#labour #majdoor #UnmuktTheWriter #himanshu_Agnihotri #Maharastra #poem #migrant #government #INDIA #Hindipoetry