बेसब्र सा मैं,तू मलंग सी बेसब्र तुझे पाने,तुझे चाहने और बात करने को तू भी खुद में खोयी समय नहीं बहार आने को नजरें जो मिली कभी, मैं खोकर बहक सा जाता हूँ... दूर जाने की बात अलग,नजरों के हटने से ही सहम सा जाता हूँ राहों में मिली है...अंजान हम एक-दूसरे से बात करने की सोचूँ और डर जाता हूँ खुदसे सुनकर मुझे,शायद चली जाएगी, डर,नफरतऔर हस के परेशान होकर समझ गया और समझाया है खुद को प्यार कर चुप चुप के तेरे प्यार में खोया ऐसा! बेवजह घूमू तेरे मिलने के सच से पागल अपने प्यार में...कभी जानने की कोशिश ना की -क्या तुझे भी प्यार है मुझसे? ©Gau Rav Pathak #you #yourlove ....#alwaysmine #touchthesky