दशम गुरू गोविन्द सिंह, नमन करूं शत् बार | दुश्मन से लोहा लिया, गुरु ने चौदह बार || कवी, भक्त, गुरु आप थे, दिया धर्म का ज्ञान | अमरत वाणी आपकी, योद्धा आप महान || धर्म की रक्षा के लिये, सर्ववंश किया दान | स्वाभिमान की लेखनी , गाती है गुणगान || @सर्वाधिकार_सुरक्षित #Swabhiman_Singh (@स्वतन्त्र_कवि) ©hindi saar #गुरुगोविंद_सिंह #जयन्ती #Hindisaar_By_Swabhiman #Swabhiman_Singh #kavisamelan #Poet #Poetry #सर्वाधिकार_सुरक्षित