सफ़रनामा क्या बताएं दर्द-ए-मोहब्बत का जिसे हम महबूब समझ रहे थे वो न जाने कितनो को अपने महबूब होने का अहसास करा रहे थे ©बिलखते अल्फ़ाज़ #broken #सफ़रनामा #nojohindi #nojotopoetry #nojotohindi #Nojoto