चल रहे थे वो रस्ते पर एक छोटी आश लेकर कोई तो होगा ऐसा जो आएगा उनकी तलाश लेकर ना पैरो मे चप्पल थी ना पीने का पानी बस आंखो मे थी उसके घर जाने की जल्दी सूरज भी चमक रहा था पैर भी उसके जल रहे थे खुदा ए कैसी बेदर्दी थी तेरी जो वो रास्ते पर भटक रहे थे चल रहे थे वो रस्ते पर एक छोटी आश लेकर APT #मेरीक़लमसे #प्रवासीमजदूर #lockdowneffect #aradhyathakur #APT