तुम्हे रोज नफरतों के इंजेक्शन लगाये जाते हैं इसलिये तुम्हे हमारे मोहब्बत के टाॅनिक असर नहीं करेंगे तुम इंसान नहीं रोबोट में तब्दील हो चुके हो इसलिये हमारे प्रोगाम तुम्हारे सिस्टम से मैच नहीं करेंगे सारा लोचा काँसेंट्रेशन पावर का है तुम्हारी काँसेट्रेशन बेबुनियादी बातों पर है इसलिये तुम्हारे जख्म हमारे केमिकल से नहीं भरेंगे अपनी खुद की अक्ल तो तुम कभी चलाते नहीं हो इसलिये दिमाग में वैल थिंग भर पाते नहीं हो तुम्हे बचपन से रटाया गया है सन ईस्ट में राइज होता है हकीकत में सोंचा है कभी सूरज तो कभी डूबता नहीं है ऐसे थिंक करने की कोशिश नहीं की तुमने इसलिये ब्रेन में कुछ घुसता नहीं है अब भी वक्त है दिमाग में ठूंसी गयी बातों को डिफरेंट वे से देखो तुम भरा है जो रेक उसे अपनी अंडरस्टैंडिंग से निकाल फेको तुम रैपर आयुष कुमार गौतम के पेन से तुम्हे रोज नफरतों के इंजेक्शन लगाये जाते हैं