जब छम-छम -छम -छम वर्षा आई चिड़िया रानी घर मे आई, अपने बच्चों को ढूंढ़ी वह नही मिले फिर बाहर आई, बच्चे ना मिले तो दुख में वह भींग नहाई, जब छम -छम -छम -छम वर्षा आई। पंख हो गए सारे गीले लौटकर वह घर को आई, अपने बच्चो को वहाँ पाकर खुशी -खुशी वह नाची गाई, चिड़िया रानी खूब नहाई जब छम -छम -छम -छम वर्षा आई। ©Seema✒ Srivani #poetry#nojoto#nojotohindi#nojotonews#panchhi#barsha#pani#nojotoenglish#sahitya#kavita#hindi#vichar