मासूम ये चहचहाहट, हमारी फिजाओं से रूठी है,, धोखा देकर कैद करने वाली, हमारी अदाओं से ये रूठी है ,, ना जाने क्यों इसकी तड़प को हम एक खेल समझ बैठे है ,, देखो ना गोर से, मायूस सी इनकी आंखो में,, हालात से नहीं, ये हमारे गुनाहों से रूठी है . ... मन... रूठी हुई मासूम चहचहाहट, #feeling