Nojoto: Largest Storytelling Platform

*गृहलक्ष्मी.....* *एक अंकल को दोस्त के बेटे की शाद

*गृहलक्ष्मी.....*
*एक अंकल को दोस्त के बेटे की शादी के* 
*रिसेप्शन में जाने का मौका  मिला.*
*स्टेज पर खड़ी खुबसूरत नयी जोड़ी को*
*आशीर्वाद देकर नीचे उतर ही रहे थे कि*
*उनके दोस्त ने आवाज देकर* 
*वापस स्टेज पर बुलाया और कहा कि*
*"नवदंपति" को* 
*आशीर्वाद के साथ अच्छी शिक्षा देते जाओ"*
*महानुभाव ने पर्स में से 100 रुपये का नोट* 
*निकालकर दुल्हे के हाथ में देते हुए कहा*
*कि "मसलकर नोट को फेंक दे".*
*दुल्हे ने कहा "अंकल, ऐसी सलाह?*
                    *पैसे को तो हम लक्ष्मी मानते हैं.*
*महानुभाव ने जबाब मे कहा कि* 
*"जब कागज की लक्ष्मी* 
*का इतना मान सम्मान करते हो तो*
 *आज से तुम्हारे साथ खड़ी* 
*कंधे से कंधा मिलाकर पुरी जिंदगी*
*दुख सुख में साथ देने के लिए तैयार*
*गृहलक्ष्मी को कितना मान सम्मान देना है*
*वो तुम खुद तय कर लेना".*
              *क्योंकी ये किसी मॉं-बाप की* 
*सबसे अनमोल मोती हैं.* 
*जो कि इस कागज़ की लक्ष्मी से बहुत ऊपर है।।*

.......💧🎈
*गृहलक्ष्मी.....*
*एक अंकल को दोस्त के बेटे की शादी के* 
*रिसेप्शन में जाने का मौका  मिला.*
*स्टेज पर खड़ी खुबसूरत नयी जोड़ी को*
*आशीर्वाद देकर नीचे उतर ही रहे थे कि*
*उनके दोस्त ने आवाज देकर* 
*वापस स्टेज पर बुलाया और कहा कि*
*"नवदंपति" को* 
*आशीर्वाद के साथ अच्छी शिक्षा देते जाओ"*
*महानुभाव ने पर्स में से 100 रुपये का नोट* 
*निकालकर दुल्हे के हाथ में देते हुए कहा*
*कि "मसलकर नोट को फेंक दे".*
*दुल्हे ने कहा "अंकल, ऐसी सलाह?*
                    *पैसे को तो हम लक्ष्मी मानते हैं.*
*महानुभाव ने जबाब मे कहा कि* 
*"जब कागज की लक्ष्मी* 
*का इतना मान सम्मान करते हो तो*
 *आज से तुम्हारे साथ खड़ी* 
*कंधे से कंधा मिलाकर पुरी जिंदगी*
*दुख सुख में साथ देने के लिए तैयार*
*गृहलक्ष्मी को कितना मान सम्मान देना है*
*वो तुम खुद तय कर लेना".*
              *क्योंकी ये किसी मॉं-बाप की* 
*सबसे अनमोल मोती हैं.* 
*जो कि इस कागज़ की लक्ष्मी से बहुत ऊपर है।।*

.......💧🎈
kaushalkishormis3867

KK Mishra

New Creator