Nojoto: Largest Storytelling Platform

कैसी थी वो रात कुछ कह नहीं सकती मैं  चाहूँ कहना तो

कैसी थी वो रात कुछ कह नहीं सकती मैं 
चाहूँ कहना तो भी बयां कर नहीं सकती मैं 

बन के दुल्हन जब मैं उसकी बाँहों में गई थी 
सेज सजी थी फूलों की इत्र पर उस महकाई थी

घूँघट में इक चाँद था और सिर्फ तन्हाई थी 
आवाज़ दिल के धड़कने की फ़िर ज़ोर से आयी थी

प्यार से जो उसने घूँघट चाँद से हटाया था 
प्यार का रंग उतरकर फ़िर उसके चेहरे पर आया था

बाँहों में ले कर फ़िर उसने लबो की लाली चुराई थी 
उस सर्द रात में साँसे भी शोला बन कर टकराई थी

टिका, बिंदी , कंगना , पायल सब ने शोर मचाया था 
जब उसने मेरे शोख़ बदन को धीरे से सहलाया था ,

डूब गए थे हम दोनों उस दहकती प्यार की आग में 
तोड़ दिया था हम ने कलियों को उसके प्यार के बाग़ में

क्या बतलाये अब हम वह रात किस कदर निराली थी 
हमारे सुहाग की वो रात ,जो इतनी शोख़ मतवाली थी #NojotoQuote मेरे सुहाग की वो रात ✨
#सुहाग_रात
कैसी थी वो रात कुछ कह नहीं सकती मैं 
चाहूँ कहना तो भी बयां कर नहीं सकती मैं 

बन के दुल्हन जब मैं उसकी बाँहों में गई थी 
सेज सजी थी फूलों की इत्र पर उस महकाई थी

घूँघट में इक चाँद था और सिर्फ तन्हाई थी 
आवाज़ दिल के धड़कने की फ़िर ज़ोर से आयी थी

प्यार से जो उसने घूँघट चाँद से हटाया था 
प्यार का रंग उतरकर फ़िर उसके चेहरे पर आया था

बाँहों में ले कर फ़िर उसने लबो की लाली चुराई थी 
उस सर्द रात में साँसे भी शोला बन कर टकराई थी

टिका, बिंदी , कंगना , पायल सब ने शोर मचाया था 
जब उसने मेरे शोख़ बदन को धीरे से सहलाया था ,

डूब गए थे हम दोनों उस दहकती प्यार की आग में 
तोड़ दिया था हम ने कलियों को उसके प्यार के बाग़ में

क्या बतलाये अब हम वह रात किस कदर निराली थी 
हमारे सुहाग की वो रात ,जो इतनी शोख़ मतवाली थी #NojotoQuote मेरे सुहाग की वो रात ✨
#सुहाग_रात
mrmaneesh1330

Maneesh Ji

New Creator