चाय की प्याली तूने कितनी धूम मचा ली, सर्दी, गर्मी, पतझड़, सावन छोड़ा न तूने कोई मौसम, गांव, शहर, जंगल, पहाड़ हर जगह बसाया तूने अपना संसार, बच्चा, बुड्ढा और जवान, प्यार करने वालों की तू है जान, सुख दुःख की बन गई साथी तेरे बिना महफ़िल जम नहीं पाती, आजाए घर कोई मेहमान कहते है सब चाय पीकर जाना मेहरबान... OPEN FOR COLLAB✨ #ATchaiglass • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ✨ Collab with your soulful words.✨ • Must use hashtag: #aestheticthoughts • Please maintain the aesthetics.