नारी तू नारी बन। अब मत सोंच तू लोग क्या कहेंगे, लोगों का तो काम है कहना। तू रुक मत अपनी खुशबू बिखेर, ऐसी तू फुलवारी बन॥ नारी तू नारी बन। कितना करेगी तू त्याग, बलिदान दूसरों के लिये। अब अपने लिये उठ खड़ी हो जा, ज्यादा तू मत संस्कारी बन॥ नारी तू नारी बन। डर मत इस बेरहम दुनिया से, अपने अन्दर की क्षमता को पहचान। जो दूसरों की रक्षा कर सके, ऐसी तू कटारी बन॥ नारी तू नारी बन। बहुत हुआ तेरा रोना-धोना, अब चल उठ और आँसू पोछ। अपने अंदर जोश जगा, हर परेशानियों का सामना कर सके, ऐसी तू मर्दानी बन॥ नारी तू नारी बन। फिर से सवेरा होगा, घनघोर अँधेरा छटेगा बस तू अपने सपनों का पंख फैला। जो किसी के रोकने से ना रुके, ऐसी हवा मतवाली बन॥ नारी तू नारी बन। दुनिया ने बहुत देख लिया, ममता भरा तेरा देवी रूप। अब दुष्टो के संहार के लिये, तू चण्डी बन तू काली बन॥ नारी तू नारी बन। कब तक चलेगी तू दुसरों के पहचान के पीछे, अब खुद की तू पहचान बना। और अपने परिचय की तू, स्वयं ही अधिकारी बन॥ नारी तू नारी बन। - #naari #WomenEmpowerment #naari_tu_naari_ban #nojotopoem #nojotohindi