White मैं नहीं चाहता भावनाओं से जुड़ू नजदीकिया बना किसी से बिखरता दिखूं मैने निभाए है भाव से रिश्ते सभी जरूरत पड़ी हम अपनो के नजरों में गिरते दिखे ठोकर लगे चोट न लग जाये कही दूरियां बना तन्हाइयों को हिस्सा जीवन का बना ज़ख्म गहरे करता रहा कब आयेगी मौत बैठ सिरहाने मेरे राह मे उसकी तकता रहा पूछे वजह में कैसे कहूं बया दर्द में कैसे करूं कुछ न कहूं खामोश हो बाहों उसके सिमटता दिखूं मैं नहीं चाहता भावनाओं से जुड़ू नजदीकिया बना किसी से बिखरता दिखूं ©sushil #sad_dp