कितने सारे मन्नतों के धागें बंधे परे हैं, इस उम्मीद में कि पूरे होगें,क्या सभी के मन्नत पूरे होते हैं, यदि पूरे हो भी जाए तो, क्या आजीवन टिक पाते हैं, कभी कभी पूरे हो के भी अधूरे ही रह जाते हैं, कई ख्वाब, कई तमन्नाएँ, कई शिकवें कई नादानियाँ, कई उलझने, फिर भी आस्था कम नहीं होता होना भी नहीं चाहिए, हमारी आस्था, हमारी श्रद्धा, हमारी सकारात्मक विचार, ही हमारे मन्नतों को पूरा करने में हमारी मदद करती है ...✍️ ©पूर्वार्थ #जिंदगी #मन्नतकेधागे