पिता ----------- मैं मानता हूं पृथ्वी पर तुम्हें कभी ईश्वर नही माना गया। लेक़िन वास्तव में तुम ही पृथ्वी पर विधाता के साकार वंशज हो।। ©®~ गजानन्द शर्मा "निर्बाध" #पिता #निर्बाध