बदलाव हृदय में उत्पन्न हुआ , मस्तिष्क को ये स्वीकार नहीं। दिल कहता कुछ गड़बड़ है, हाँ शायद पर यह प्यार नहीं। कुछ बातें तो मन की लगती हैं, और कुछ अभी काल्पनिक भी। यह महज मनगढंत रचना है, वास्तविकता इसका आधार नहीं। #मनगढंत