रोना है मुझे मगर आंखों में नमी नहीं है.. खुशियां तो बहुत है लेकिन दर्द की भी कमी नहीं है .... अश्कों की बौछार बिन मौसम पढ़ती थी पहले लेकिन अब तो आसमान भी सूख गया है, लफ्ज़ बाकी नहीं मुझ में अब, ना जाने क्यों दिल भी मोन हुआ है.... भरे सितारों मैं वह चंदा भी अब कुछ उखड़ा सा लगता है ;यह तन मन मेरा मुझको अब दर्द से जकड़ा लगता है !!! दिल से निकलकर वह जुबान तक आ जाते हैं , और जुबान से रोक लूं तो अश्कों की स्याही से पन्नों पर उतर जाते हैं | कुछ ऐसे है दिल में दर्द जिन्हें सुनने के लिए कानों की नहीं दिल की फरमाइश है… अब तो इस दरिया में डूब जाना ही मेरी आखिरी ख्वाहिश है… #dard!!📝 #nojoto #hindipoem #dard #poetry #kavishala #unkahekisse