वो चल के मुझ तक ऐसा आता है शतरंज में जैसे प्यादा आता है तारों की साज़िश लगती है मुझको वो चाँद छत पर आधा आता है मैं जब भी गुस्से से देखूं उसको क्यों प्यार उस पर ज़्यादा आता है नज़दीकी मिलती है सबको ही बस हिस्से मेरे फाअ'सला आता है कर कैसे लेती है वो इतना कुछ माँ को देखो हर नुस्ख़ा आता है मैं इश्क़ उससे कर भी लूँ लेकिन तूफ़ां तले फिर हुजरा आता है #ghazalgo_fakeera #हुजरा - झोपड़ा,छोटा कमरा #ghazal #yqdidi #yqbaba