मेरे घर की चौखट पर आकर रो रहे हो यह कोई समसान थोड़ी है किसी और की बाहों में सोने से पहले सोचना था कभी मेरे साथ कभी किसी रकीब के साथ यह समान थोड़ी है #rakeeb #samsi #samsaan #majak