नम तो हैं आँखे मेरी पर सुकून भी देती हैं वजह तो तूम ही हो मगर तूम्हे इल्ज़ाम नहीं देती हैं किसी दौर में हमारी भी कोई खबर लेता था वक्त अब वो राहत के पल नहीं देती है मेरे नखरे, मेरी बेतुकी बातें वो हँसकर सेहलेता था क्या पता था बुरी नज़र ऐसे खुशियाँ छिन लेती हैं बात है कि बेवफा से वफा की उम्मीद कर बैठे अब ये पछतावा हमें सुकून से जीने नहीं देती है - Sheetal Adhikari #pachhtawa #nojotobettiah #hindishayari #hindipoetry #nojotohindi