रचना दिनांक 25,,,,,,12,,,,2023,,, वार,,,, सोमवार समय रात्रि,,, एक बजे ््््् ्््निज विचार ्् ््््भावचित्र प्रेम और मानवता की प्रतिमूर्ति ््् ्््््ईसा मसीह ््् ््््् ्््जन्म से लेकर मृत्यु तक ताबूत में,, आखिरी कील से ताबूत में आखिरी सांस तक ््् सद्कार्यों में सदा ही जिंदगी से ,, जुड़ी मानव जीवन की समस्या और समाधान में उनकी पीड़ा में हर सम्भव मदद करना।। मुश्किल परिस्थितियों में जातिय संघर्ष में वर्ग संघर्ष की आग में,, झुलसने वाली अग्नि परीक्षा में प्रेम इन्सानियत को इन्सान में।। प्रेम और उदारता से और सेवा भाव में सबकुछ समर्पण कर ,, रहे ईसा मसीह ने ईश्वर सत्य में संसार को मानव सेवा का दायित्व और अपने विचार धर्म साहित्य का निर्माण कर बायबिल में इन्सानियत इन्सान को इन्सान बनाया।। और सेवा धर्म का निचोड़ धर्म सत्य कर्म मर्म ही जिंदगी को ईसाई धर्म,, कर्म समाज को ईश्वर में विश्वास और वैचारिक दर्शन में ।। प्रोटेस्टेंट और कैथोलिक पादरी चर्च में ईसाई धर्म समाज में,, एकरुपता लाने में विषम परिस्थितियों में ईसा मसीह को सूली चढ़ाया गया।। तदपश्यात निजप्रयोग धर्मोंवलम्बियो में,, धर्म और श्रद्धा में भाव में स्थित परिस्थितियों में बदलाव दृष्टिकोण सेवा करना।। परम ईसा मसीह के पूनर्रजन्म के रूप में गुड फ्राइडे और ईस्टर सण्डे को ईश्वर की प्रेयर करते है।। जो भी इन्सानी रुह से रुह में खोकर अपने विचार सच में संगीत सुनाते हुए,, जीवन में ईश्वर ईसा मसीह में आंखें डालकर अच्छे ख्यालात रहे।। ्््् कवि शैलेंद्र आनंद 25,,,,12,,,2023 ©Shailendra Anand #christmascelईसामसीहका ्््जीवन और मानवता ही सेवा धर्म कर्म है ्््ebration कवि शैलेंद्र आनंद ््