मोर पसंद के झुमका अऊ बिंदी अपन माथा मा लगाय हे। सुघ्घर साज सवर के आज ओ हा मोर मन ला मोहाय हे। एकोघाव नई देखे रहे हो यार ओला सुघ्घर साढ़ी पहिने, फेर आज ओला देखेव ता मिले बर मोला निच्चट तरसाय हे। © #Blossom #love❤ #cgpoetry #cgsayari #Cgsong #cggazal _Ram_Laxman_