तेरे लिए ये मोहब्बत का पैग़ाम कैसा है?? मुज़्मल मोहब्बत का दूजा नाम कैसा है?? बता अहल ए वफ़ा का ये गाम कैसा है?? ख़िदमत ए उन्स में ये इंतज़ाम कैसा है?? शरीफो की बस्ती में सर्गश्ता,वो सरेआम कैसा है??? कल तक मशहूर था जो आज वो गुमनाम कैसा है?? मदहोशी ख़ूब है उसकी निग़ाहों में ,फ़िर हाथों में ज़ाम कैसा है??? ज़लालत हुई थी कल ख़ूब बज़्म में उसकी,आज ये एहतिराम कैसा है?? विसाल ए मोहिब का मुझ तक ये पयाम कैसा है? राह -ए -ग़ुलशन में आया अब ये क़याम कैसा है? मेरी इस मोहब्बत का ज़ानिब अंजाम कैसा है? इंतेसार का तराना ये सुबह-ओ- शाम कैसा है? #ग़ज़ल