मुसांफिर होगा यारों ना घर होगा न ठिकाना चल दिया होगा उसे कहीं दूर होगा जाना कारवां बदल रहां होगा उसका मंजिल का कहीं दूर बना होगा ठिकाना,,, @कार्तिक####_____ जी __✍ #udaasi #जब_भी_मुकर्रर_हुआ_रास्ता #मंजिल_बदल_गई_तुम्हें_तुम्हारी_कमियां #गिनाते_तुम्हें_हमारी_गिनबाने_सोच_बदल #गाई #लफ्ज़_ला_इलाज_हो_गयें #कार्तिक___जी ,,,,,,_____✍