हवस फैली है इस जहां में इस क़दर, हर तरफ फ़ैली है चींख- औ-पुकार क्या था उस नन्हीं सी जान का क़सूर, जो पहले हुई अगवाह फिर किया उसका बलात्कार रोई भी होगी वो दर्द से करहाई होगी, उसने हाथ जोड़ कर विंतियाँ करी होंगी हज़ार फिर भी आज उन दरिंदों ने कर दी इंसानियत शर्मसार, सोचती होगी रूह उसकी काश ढाई साल पहले मरगई होती एक बार हाथ ना कांपे उनके जिस्मों को छूते हुए, किसकी माँ,बहन,बेटी ना दिखी उसमें एक बार - मनीष महरानियां #nojotohindi #kill_the_rapist #kalamse #nojotorajkot