पूरी श्रद्धा से करो सूर्य उपासना, जो नास्तिक है वह भी जान जाएंगे, इसका महत्व, सूर्य की जो किरणें है , ऐसा असर छोड़ जाएंगे, जिंदगी में थक हार के, बैठने वाले को भी, एक नई उम्मीद नज़र आएगी। जो जग में करता उजियारा, धरा से अँधकार को मिटाता है। सूर्योपासना जो आस्था का महापर्व, छठ व्रत कहलाता है।। सौजन्य से:- काव्य पथिक™ 👉आइए आज लिखते हैं कुछ छठ व्रत कि महिमा .... यह कोई प्रतियोगिता नही और न ही "काव्य पथिक" किसी भी कवि/ कवियित्रियों को हार जीत के तराज़ू में तौलने को इक्षुक है, यहाँ लिखने और सीखने में रुचि रखने वालों के लिए प्रत्येक दिन सिर्फ एक विषय दिया जाता है, जिसे वो अपने लेखनी के माध्यम से सजाते व सँवारते हैं। "काव्य पथिक ™" आप सभी कलमकारों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करता है।