Nojoto: Largest Storytelling Platform

जागने की भी, जगाने की भी, आदत हो जाए काश तुझको किस

जागने की भी,
जगाने की भी,
आदत हो जाए
काश तुझको किसी शायर से मोहब्बत हो जाए

दूर हम कितने दिन से हैं,
ये कभी गौर किया
फिर न कहना जो अमानत में खयानत हो जाए

©SMA voice group
  #MothersDay  DASHARATH RANKAWAT SHAKTI Ajain_words आँचल सोनी 'हिया'