मांग में सिन्दूर भर उनकी लम्बी उम्र की कामना करती हूं जीवन में आस भरे, उस परदेशी की राह तकती हूं पूछते हैं लोग मुझसे, किसके नाम का श्रंगार करती हूं अब उन्हें क्या बताऊँ मैं, किस प्रिय की राह तकती हूं सुहागिन 🍁🍁🍁