शब्द तो ‘दिल’ से निकलते हैं; ‘दिमाग’ से तो ‘मतलब‘ निकलते हैं। एक बेहतरीन इंसान; अपनी जुबान से ही पहचाना जाता है; वर्ना अच्छी बातें तो; दीवारों पर भी लिखी होती हैं। सुप्रभात