आंखें देखी तो मैं देखता रह गया, जाम दो और दोनों ही दो आतिशा, आंखें या मयकदे के दो बाब है, आंखें उनको कहूं या कहूं ख्वाब है, आंखें नीची हुई तो हया बन गई, आंखें ऊंची हुई तो दुआ बन गई, आंखें उठकर झुकी तो अदा बन गई, आंखें झुक कर उठी तो फज़ा बन गई, 🌺 आंखें जिनमे है कैद आसमा ओ ज़मी नर्गिसी नर्गिसी सुरमयी सुरमयी ........ 🌺🌺 love this lyrics from afreen afreen 💗💗