तुम्हें एहसास तक नहीं चमन की साँसों में शाद हो रुत ये फ़िदा तुमपे तुम शबनमी गुलाब हो ख़्वाबिदा नज़र सी अशर जाने माहताब हो लुटाती हो कहकशा गुलकशी की रात हो मुबारक़ क़दमनवा हंसीं हमसफ़र का साथ हो चाहती हो जैसा तुमको वैसी ज़िन्दगी ख़िताब हो #toyou#yqwishes#yqveerediwedding#yqlove#yqprayers#तुम्हारेलिए