Birthday special dose(tabbu) ऐ हुस्न परी ऐ जान-ऐ-जहा, तुझ जैसी दोस्त आजकल मिलती है कहा। इक तू ही तो है जो बिना कहे मेरी बातें समझ जाती है, इक तू ही तो है जो मेरे गुस्से को पल भर में शांत कराती है, इक तू ही तो है जो मुझसे मिलने पे आँसू बहाती है, इक तू ही है जिससे लड़ना हर दफ़ा मुझे हँसाता है, इक तू ही है जिसे सताना हर दम मुझको भाता है। सुन-तुझसे लड़ना मेरा काम है, मुझे मनाना वैसे ही तेरा काम है। ये जो रिश्ता है ना लड़ने-झगड़न, रूठने-मनाने का मेरी जान दोस्ती इसी का नाम है। पता है - तुझे डब्बा हम यू ही नहीं बुलाते थे, तेरी सारी illogical सी बाते हमारे सिर के ऊपर से जाते थे। हाँ - तुझपे टमाटर नाम भी खूब खिला था, आखिर ये नाम रोहन से जो मिला था। तुझे पता है ना - मैं बेवजह ही रूठा करती हूँ, गुस्से का नाटक ही झूठा करती हूँ। #bdayspecial