"राज" दर्द का जानकार क्या करोगे,बेवजह शायर का कहीं दफन है ख्वाइशें ,कांटा लगा इश्क-ए-इजहार का "अंजुरी भर" रहा होगा नैनों का गुनाह दिल सजा काट रहा है बस,इस छोटी सी तकरार का ©Saurabh Raj Sauri "अंजुरी भर"