यदि प्रेम न होता तो कैसा होता न मिलतीं समन्दर को पागल सी नदियाँ और न ही ये चाँद इतना दमकता न ही ये बादल मटक कर यूँ आते तय करते मीलों का सफर धरा को #प्रेम_रस में भिगोने को ये हवायें डाकिया न होती तकन लाती संग अनगिनत सदायें यदि प्रेम न होता तो कैसा होता #Nojoto #nojotoapp #Nojoto2018 #MoonHiding