भारत ही विश्व का नेतृत्व करेगा,,,जहाँ सब विफल वहाँ भारत सफल,,,,आज कोरोना की समस्या से जब महाशक्तियाँ जिसे हम भम्रवश वर्षो से कहते आ रहे है,,,,असल मे वे है नही,,,हमने सुख सुविधाओ से महाशक्तियाँ उन्हे कहा ,, लेकिन सत्य तो यह है कि""""सबने घुटने टेक कर भारत को कहा कि"भारत ही सबका नेतृत्व करे ,,,इसका अर्थ यह है कि वो महाशक्तियाँ कहा है ,, महाशक्तियो को बचाने वाला तो "महारक्षक अपना भारत है",,अब तो विश्वास हो गया है कि "हम सबसे बडी ताकत है,,,,,,,,,,,,हम ही विश्व गुरु है,,,यह साबित करने का महान अवसर है