.. नुस्खा हूं कोई न तरकीब सा जान मान लेना मुझे, जीयूं उल्फ़त के शऊर में शराफ़त ओढ़े नहीं हूं मैं .. .. आवाज़ हूं सुलगते दर्द का शिकायत न मान लेना, जो है सो है से सबब बिनता ज़िंदा मुरीद नहीं हूं मैं .. ..🌱खुशामदीद..💞 .. जनाब निदा फ़ाज़िल साहब आपको सालगिरह मुबारक हो, वो रौशन मिज़ाज़ के सादे उल्फ़त ओ इश्क के तमाम अता नवाज़िशों का एहतिराम रहते ज़माने तक हो! आमीन