Nojoto: Largest Storytelling Platform

जिंदगी की तमाम ख्वाहिशें कमलेश, एक जाल है फंसते सब

जिंदगी की तमाम ख्वाहिशें कमलेश, एक जाल है
फंसते सब है लेकिन होता नहीं किसी को मलाल है

मोहब्बत जिसे कहते है, वह जवानी की खुमारी है बस
जिस्मानी तलब है बस, कुदरत की रची चाल है।

चलने का शऊर नहीं, चाँद तारे तोड़ने की बात करते है
आशिकी में भी लोग करते बातों से बड़ा कमाल हैं।

लब बन गये कलियाँ गुलाब की, हिरनी सी आँखें कह दी
आशिकी कुछ नहीं, महज खूबसूरत बदन का जलाल हैं

(C)

©Kamlesh Kandpal
  #aashiki