समानता को हमने भाव,वाणी,विचारों में ही लाया है किन्तु क्रिया में नहीं,समानता क्रिया में आ जाए तो समाज से सारी असमानताएं अपने आप ही दूर हो जाएगी ।इसमें सभी सहकार्य अनिवार्य है। डॉ बाबासाहेब अंबेडकरजी ने नेतृत्व करके इसकी शुरवात की थी,हमें इसे अमल में लाना है। शुभ संध्या मित्रहो आताचा विषय आहे समानता.. #समानता1 चला तर मग लिहुया. #collab #yqtaai लिहीत राहा. #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Taai