ये धागे गठ-बंधन के नाज़ुक होते हैं बड़े एक चयन पलट जाती है ज़िन्दगी सारी दुविधा में पड़ा है जो मन मेरा कि चयन करें भी तो किसे जब सारे हैं 'परी' अंजान हमसे.... ©Priyanka Pandit उर्फ़ Pari #Marriage #Life