White नफ़रत अगर, मैं हूँ, नफ़रत के काबिल तो, जरूर किजिए, कुछ होता है, इससे हासिल तो, जरूर किजिए। यहाँ कुछ लोग तो चाहते ही हैं, मुझे तबाह करना, अगर आप भी हैं उनमें शामिल तो जरूर किजिए।। मोहब्बत से हारा हूँ, नफ़रत ने पाला है, दोस्तों से मारा हूँ, दुश्मनो ने संभाला है। एक रात, जो क्यामत से गुजरी है, एक मोहब्बत, जो मेरी अधूरी है ।। कोई कहता है, रंग उसका काला है, कोई कहता है, मन उसका काला है। मेरा मन मुझसे कहता है, इस नफ़रत की दुनिया मे, मैं एक मात्र दिलवाला हूँ।। अब न मोहब्बत कि चाहत है, न नफ़रत की, इस दुनिया ने मुझे इतना रुलाया है। कि, न मेहफ़िल की चाहत है, न तन्हाई की, न दोस्ती कि चाहत है, न दुश्मनो की।। रिश्तों कि बंधन में बंध के, लोगों ने बहुत मुझे सताया है।। ©Vijay Kumar #sad_quotes , नफ़रत कविता, प्यार पर कविता