सुनते रहे हम वो उम्र भर जो तुमने कभी कहा नहीं बहुत दूर हम निकल गए दिल मगर भरा नहीं बेशक कमियां हममें बहुत हैं ग़ौर ख़ूबियों पर कभी किया नहीं ढूंढ़ते रहे हम अपना अक्स वहां जहां दिया कभी जला नहीं शहर बहुत बदल लिये बदल गए हालात भी भागते परछाई के पीछे हम रहे वक्त कभी रूका नहीं... © trehan abhishek ♥️ Challenge-656 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।