तुम्हारे इश्क़ के झुटे मुस्कान में इतना दम कन्हा बेगम जान जो कि मुझ जैसे को बर्बाद करसके मुझसे दूर रहो पर अपनी औकाद में रहो (Arpit झा) # अपनी aukad। में रहो